रवांडा में मैरी गोरेट्टी एमुरेरे (60) के पति और तीन बच्चों की 1994 में हुए नरसंहार में हत्या कर दी गई थी। इस नरसंहार में करीब आठ लाख लोग मारे गए थे। परिवार खोने के बावजूद मैरी ने हिम्मत नहीं हारी और एक ऐसा आधुनिक गांव बसाने का सोचा जिसमें इस कत्लेआम में अनाथ हुए बच्चों को रखा जा सके। वे इसमें कामयाब भी हुईं।
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Sunday, 19 August 2018
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» रवांडा: नरसंहार में परिवार को खोने के बाद महिला ने आधुनिक गांव बसाया, यहां रहते हैं 520 अनाथ बच्चे